अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के कारणों का वर्णन कीजिए

अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम

1776 ई. में हुए अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम न केवल इंग्लैंड के इतिहास के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए एक महत्वपूर्ण घटना थी. अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के प्रभाव पूरे विश्व में हुए. इसने विश्व के राष्ट्रों, विशेषकर यूरोपीय राष्ट्रों का पथ प्रदर्शन किया. इस क्रांति के मुख्य दो कारण थे- 1. दूरदर्शी या मौलिक 2. समीपवर्ती या तत्कालीन.

अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के कारणों

दूरदर्शी या मौलिक कारण

1. अमेरिकियों का ब्रिटेन के प्रति दृष्टिकोण

ब्रिटेन से बहुत से अंग्रेजों को देश निकाला की सजा दी जाती थी. सजा पाए ऐसे अंग्रेजों को इंग्लैंड की सरकार अमेरिका भेज देती थी. ये अंग्रेज अमेरिका वासियों से अनुचित व्यवहार करते थे. अंग्रेजों का यह व्यवहार अमेरिका वासीयों के लिए धीरे धीरे असहनीय होता गया. इस कारण अमेरिका वासियों के मन में स्वतंत्रता की भावना का विकास होने लगा. अतः वे अब सरकार के द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का घोर विरोध करने लगे. उनमें ब्रिटिश सरकार की गुलामी से स्वतंत्रता पाने की भावना दिन प्रतिदिन प्रबल होता चला गया.

2. अमेरिका वासीयों का अंग्रेज होना

अमेरिका वासी और ब्रिटेन के लोगों में लगभग एक ही खून था क्योंकि अमेरिका वासी भी मुख्य रूप से अंग्रेज ही थे. अतः ब्रिटिश नागरिक जिस प्रकार स्वतंत्रता के प्रेमी थे, उसी प्रकार अमेरिका वासी भी स्वतंत्रता के लिए उतने ही इच्छुक हो सकते थे. अतः यही अंग्रेजी रक्त ने अमेरिकियों को भी स्वतंत्रता के लिए प्रेरित किया. अत: उन्होंने भी अपनी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करना शुरू कर दिया.

अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के कारणों

3. दृष्टिकोण में अंतर

अमेरिका और इंग्लैंड वासियों का दृष्टिकोण अलग-अलग था. इंग्लैंड के लोग जहां कुलीन राजतंत्र के थे, वहीं अमेरिकी वासी जनतंत्र के समर्थक थे. अमेरिकी वासियों के नजर में सभी लोग एक समान थे. एक अमेरिकी के लेखक ने तत्कालीन अंग्रेजी समाज का निम्न शब्दों में वर्णन किया “इंग्लैंड के समाज में इस समय राज्य वालों, सेनानायकों, दास-स्वामियों एवं धनी व्यापारी जैसे धनाढ्य लोगों का ही प्रभुत्व बना हुआ है.”

4. असंतोष जनक शासन प्रणाली

ब्रिटिश उपनिवेशों की शासन प्रणाली दोषपूर्ण होती थी. इस कारण वहां की कार्यकारिणी तथा व्यवस्थापिका सभा में निरंतर संघर्ष होते रहता था. काउंसिल के सदस्य राजा के द्वारा मनोनीत किए जाते थे. वहीं व्यवस्थापिका सभा के सदस्य जनता के द्वारा निर्वाचित होते थे. काउंसिल के सदस्य सम्राट के प्रति और व्यवस्थापिका सभा जनता के प्रति उत्तरदाई थे. गवर्नर जनरल को लोकसभा के कानून को रद्द करने का अधिकार प्राप्त था. उपनिवेश अपनी सभा को शक्तिशाली मानते थे, किंतु सरकार उसे यह मान्यता नहीं देती थी. इस प्रकार एक संकट पूर्ण स्थिति उत्पन्न हो जाती थी.

अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के कारणों

5. व्यापारिक प्रणाली

ब्रिटेन वासियों के दोषपूर्ण व्यापारिक प्रणाली होने के कारण अमेरिका के लोग नाखुश थे. इंग्लैंड अमेरिका को अपने साम्राज्य का ही हिस्सा मानता था. यही कारण उसे लगता था कि ब्रिटिश संसद को अमेरिका के विषय में कानून पारित करने का पूर्ण अधिकार है. इंग्लैंड अमेरिका को हमेशा के लिए अपना उपनिवेश बनाए रखना चाहता था.  लेकिन दूसरी ओर इंग्लैंड अमेरिकियों का शोषण और दमन करना जारी रखा हुआ था.

6. सप्तवर्षीय युद्ध के प्रभाव

वॉर्नर-मार्टिन के अनुसार अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम का सबसे प्रमुख कारण सप्तवर्षीय युद्ध था. इस युद्ध के परिणामस्वरुप कनाडा पर पूर्ण रूप से अंग्रेजों का अधिकार हो गया था. इसके बाद अमेरिकावासियों के मन से फ्रांस का भय सदा के लिए निकल गया. सप्तवर्षीय युद्ध के दौरान इंग्लैंड को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा था. इसके कारण वह अपने अमेरिकी उपनिवेश में होने वाली कठिनाइयों की ओर ध्यान नहीं दे सका तथा अमेरिका के निवासियों को ही इन समस्याओं की समाधान के दिशा में कोशिश करने पर मजबूर होना पड़ा.

अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के कारणों

7. धार्मिक कारण

स्टुअर्ट काल में बड़ी संख्या में अंग्रेज पादरी इंग्लैंड के सरकारी धर्म से तंग आकर इंग्लैंड छोड़कर अमेरिका में बस गए थे. ये पादरी अमेरिका में स्वतंत्र धार्मिक विचारों पर चल रहे थे. अत: प्रोटेस्टेंट और कैथोलिक दोनों संप्रदाय के लोग ब्रिटिश सरकार के घोर विरोधी थे. इस कारण ये भी अमेरिका से ब्रिटिश सरकार को उखाड़ फेंकना चाहते थे.

8. अपराध का नियम

अमेरिका में उपनिवेश स्थापित करने के बाद ब्रिटेन की सरकार ने अनैतिक अपराधियों को अमेरिका भेजना आरंभ कर दिया. इस कारण अमेरिका में दिन-प्रतिदिन बुरे चरित्र वाले व्यक्तियों की संख्या बढ़ने लगी. 17 वीं शताब्दी में ब्रिटिश सरकार ने यह नियम पारित किया कि कोई भी अच्छे चरित्र वाले व्यक्ति उपनिवेशों में प्रवेश न कर सके. इस कारण उपनिवेशों में धार्मिक अत्याचार से परेशान या अपराध करने वाले लोगों को बलपूर्वक ले जाया जाने लगा. ऐसे लोग अंग्रेजी सरकार के कट्टर विरोधी होते थे. अत: ये हमेशा अंग्रेजी सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश में लगे रहते थे.

9. यातायात के साधन और संचार के साधन की असुविधा

शुरू में अमेरिका में जनसंख्या काफी कम थी. जनसंख्या की तुलना में भूमि काफी ज्यादा थी. अत: भूमि की लालच के कारण दूसरे देशों की जनता अमेरिका में आकर बसने लगी. दूसरे देशों से आकर अमेरिका में बसने वाले लोगों में डचों की संख्या बहुत ज्यादा थी. डच इंग्लैंड के घोर विरोधी थे. ये लोग मुख्यतः ऐसे स्थानों में बसे थे जहां सड़कों की स्थिति बहुत खराब थी. रास्ते भी दुर्गम स्थानों से होकर गुजरती थी. इस कारण डचों की बस्तियों पर अंग्रेजों का नियंत्रण न के बराबर था. अत: जब विद्रोह हुआ था तो अंग्रेजों को विद्रोह को दबाने में काफी कठिनाई हुई.

अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के कारणों

10. ग्रैंनविल की भूमिका

इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ग्रेनविल कुछ ऐसे कार्य किए जिसके कारण अमेरिकियों में असंतोष की भावना और बढ़ गई. ग्रेंडविल ने अमेरिका की चोर बाजारी को खत्म करने के लिए ऐडमिरेलिटी कोर्ट की स्थापना की. इससे अमेरिकावासियों में हलचल मच गई. 1763 ई. में फिर उसने शीरा के निर्यात के संबंध में शीरा कानून पारित किया. फिर ग्रेनविल ने घोषणा की जिससे उसने मिसीसियों के बड़े-बड़े भाग रेड इंडियन्स के लिए सुरक्षित कर लिया. इसके बाद उसने अमेरिका की सुरक्षा के लिए अमेरिका में एक छोटी सी सेना रखने की घोषणा की और इस सेना के खर्च का 1/3 भाग अमेरिकावासियों से देने को कहा गया. प्रधानमंत्री ग्रेंडविल की इन घोषणाओं ने अमेरिकावासियों कके मन में विद्रोह करने की भावना और भड़का दी.

तात्कालिक कारण

1. स्टांप का नियम

अमेरिका वासी इंग्लैंड को किसी प्रकार से आर्थिक सहायता देने को तैयार नहीं थे. अत: 1765 ई. में ग्रेंनविल ने स्टांप एक्ट पारित करवाया. इस एक्ट के तहत सभी सरकारी कागजों पर सरकारी स्टांप लगाना जरूरी था. अमेरिकियों ने इसका घोर विरोध किया. उनका कहना था कि इंग्लैंड के सरकार को उसके आंतरिक मामलों में कर लगाने का कोई अधिकार नहीं है. जब इंग्लैंड ने जबरदस्ती कर लगाने की कोशिश की तो विद्रोह का सा माहौल बनने लगा. अत: 1766 ई. में इस एक्ट को खत्म कर दिया गया.

2. आयात कर अधिनियम

1737 ई. में पिट मंत्रीमंडल ने एक आयात कर अधिनियम पारित किया. इस अधिनियम के तहत शीशा, चाय, कागज तथा रंग के आयात पर कर लगा दिया गया. अमेरिकावासियों के नजर में ये उनके मौलिक अधिकार का हनन था. अत: अमेरिकावासियों ने इस अधिनियम का घोर विरोध किया.

अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के कारणों

3. चाय पर कर

1771 ई. में इंग्लैंड का प्रधानमंत्री लाॅर्ड नार्थ था. उसने कागज और शीशे का कर हटा ली पर उसने चाय पर लगी कर को जारी रखा. इससे अमेरिकावासियों का क्रोध भड़क उठा. अत: वे इसका विरोध करने लगे.

4. तत्कालिक घटनाएं

अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम के शुरुआत करने में कुछ तात्कालिक घटनाओं ने भी अहम भूमिका निभाई. इनमें कुछ घटनाएं इस प्रकार है:

  • बोस्टन शहर के निवासी हमेशा ब्रिटिश रेजीमेंट का अपमान करते थे. एक बार कुछ ब्रिटिश सैनिकों के साथ जनता ने अभद्र व्यवहार किया. इस कारण उन सैनिकों ने जनता पर गोलियां चला दी. इस गोलीबारी में कुछ व्यक्ति मारे गए. इस घटना ने अमेरिका वासियों ने लोगों को भड़का दिया तथा जगह-जगह इस घटना का विरोध किया जाने लगा.
  • अमेरिका की चोर बाजारी रोकने के लिए एक शाही जहाज इंग्लैंड से अमेरिका भेजा गया, लेकिन अमेरिकीवासियों ने इसे जला डाला. इसके बाद अमेरिका में खुशियां मनाई गई लेकिन इंग्लैंड इससे बहुत गुस्सा हुआ.
  • 1773 ई. में चाय अधिनियम के द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी को अमेरिका को चाय बेचने का अधिकार प्राप्त हो गया. अमेरिका वासियों ने इसका विरोध किया तथा अमेरिका के निवासियों ने बोस्टन बंदरगाह पर इंग्लैंड के जहाजों में घुसकर 340 चाय के बॉक्सों को समुद्र में फेंक दिए. इस घटना से अंग्रेजों का गुस्सा भड़क गया और सभी उपनिवेशन में सैनिक शासन लागू कर दिया. अंग्रेजी सरकार ने बोस्टन की घटना को अपना अपमान समझा और अपराधियों को कठोर दंड दिया. इस दमन नीति का अमेरिका वासियों ने विरोध किया. 1774 ई. में उन्होंने फिलाडेल्फिया में एक सभा बुलाई. इस सभा में उन्होंने अंग्रेज सरकार से बातचीत करने का प्रस्ताव पारित किया, परंतु ब्रिटिश सरकार ने बातचीत करने से इंकार कर दिया. अतः अमेरिका वालों ने भी युद्ध करने का निर्णय लिया.

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