बॉक्सर विद्रोह
1899 ई. के अंत में चीन में बॉक्सर विद्रोह की शुरुआत हुई. यह विद्रोह चीन में रहकर व्यवहार करने वाले विदेशी व्यापारियों, ईसाई धर्म प्रचारकों और देशी इसाईयों के खिलाफ था. चुआन नामक संस्था के द्वारा इस विद्रोह की शुरुआत की गई. विद्रोह के आरंभ में ही ईसाई धर्म प्रचारकों और देसी ईसाइयों की सामूहिक हत्या कर दी गई. गिरजाघरों को जला दिया गया और रेल पटरियों को उखाड़ दिया गया. विद्रोह की आग जल्दी ही शांतुग से लेकर चिहली प्रांत तक फैल गया. शुरूआत में विद्रोह इतनी भयावह थी कि चीनी सरकार भी डरकर विद्रोहियों का साथ देने लगी. लेकिन बाद में ये विद्रोह असफल हो गई.
बॉक्सर विद्रोह के असफलता के कारण
1. विदेशी सेना का हस्ताक्षेप
विद्रोह की शुरुआत में ही एक जर्मन राजपूत की हत्या हो गई. उसकी हत्या की खबर पाते ही जर्मनी, अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और जापान ने इस घटना को अपने देश की प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाते हुए अपनी-अपनी सेनाएं भेज दी. इसकी वजह से ऐसे हालात उत्पन्न हो गए थे कि ऐसा लगने लगा था चीनी सरकार और विदेशी सेनाओं के बीच भयंकर युद्ध छिड़ सकती है. इन विदेशी शक्तियों ने विद्रोहियों को कुचलना शुरू कर दिया. आधुनिक अस्त्र-शस्त्र से लाए सुसज्जित और प्रशिक्षित देशी सेना का सामना करने में चीनी विद्रोही नाकाम रहे. अतः संयुक्त विदेशी सेनाओं इस विद्रोह कुचल कर रख दिया.
2. मांचू सरकार का विद्रोहियों से समर्थन वापस लेना
विद्रोह की शुरुआत में बॉक्सर विद्रोह इतनी भयावह थी कि चीन की मांचू सरकार भी विद्रोहियों का समर्थन देना शुरू कर दिया. उन्होंने जून 1900 में विदेशियों को 24 घंटे के भीतर राजधानी छोड़ने के आदेश दे दिए. लेकिन इसी बीच जर्मन राजदूत की हत्या हो जाने के बाद विदेशी सेना का चीन में आ जाने के कारण हालात ऐसे हो गए कि लगने लगा कि चीनी सरकार और विदेशी सेना के बीच कभी भी युद्ध छिड़ सकती है. मांचू सरकार ने इस हालात को भांप लिया था. अतः उन्होंने विदेशी शक्तियों के साथ टकराव से बचने के लिए विद्रोहियों से समर्थन वापस ले लिया. ऐसे में विद्रोही अकेले पड़ गए और उनके पास विदेशी सेनाओं का मुकाबला करने का सामर्थ नहीं था. अतः चीन की मांचू सरकार के द्वारा विद्रोहियों से समर्थन लेना भी बॉक्सर विद्रोह की असफलता का एक कारण था.
3. विद्रोह का सीमित होना
बॉक्सर विद्रोह देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत था. लेकिन इसका विस्तार सीमित क्षेत्र तक ही हो पाया. यह विद्रोह बड़े जन आंदोलन के रूप में परिवर्तन होने में नाकाम रहा. इसका मुख्य कारण यह है कि विद्रोही नेताओं ने जनता का सहयोग प्राप्त करने के दिशा में कोई महत्वपूर्ण कदम उठाने की कोशिश नहीं की थी. अतः उनको जनता का सहयोग नहीं मिल पाया ऐसे में विद्रोह असफल हो गया.
4. चीनी अधिकारियों का रुख
बॉक्सर विद्रोह को कुचलने के लिए चीन के सैन्य अधिकारियों ने विदेशी सेना का साथ दिया. जिसकी वजह से विद्रोही कमजोर बढ़ते चले गए. ऐसे में विद्रोहियों को जल्द ही कुचल दिया गया और बाॅक्सर विद्रोह ज्यादा दिन तक चल नहीं पाया और अंततः यह विद्रोह असफल हो गया.
इन बातों से पूर्णत स्पष्ट है कि बॉक्सर विद्रोह को चीनी सरकार और चीन की सैन्य अधिकारियों की सहायता ना मिलना भी बॉक्सर विद्रोह की असफलता का मुख्य कारण था. विद्रोहियों के लिए अकेले आधुनिक अस्त्र-शस्त्र से लैस और प्रशिक्षित विदेशी सैनिकों का सामना करना कठिन था. अत: यह विद्रोह पूरी तरह असफल हो गई. हालांकि यह विद्रोह असफल हो गई, लेकिन इसने 1911 में होने वाले चीन की क्रांति के बीज बो दिए थे.
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Q.- Trace the significant causes leading up to the Boxer Rebellion 1900.
Q.- Critically analyse the role played by Sun-Yat-Sen in the revolution.