इंग्लैंड के औपनिवेशिक विस्तार
स्पेन और पुर्तगाल के उपनिवेश को देखकर इंग्लैंड को भी अपने उपनिवेश स्थापित करने की प्रेरणा मिली. इसी उदेश्य को पूरा करने के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की गई. ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना करने के बाद विश्व के कोने-कोने तक पहुँचने के लिए समुद्री रास्तों की खोज की गई. स्टुअर्ट काल में इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा उपनिवेशों की स्थापना की और अपने साम्राज्य का विस्तार किया.
इंग्लैंड के औपनिवेशिक विस्तार के कारण
1. समृद्ध होने की तीव्र लालसा
इस समय स्पेन और पुर्तगाल अपने अपने उपनिवेशों की स्थापना और उसके विस्तार में लगे हुए थे. इन उपनिवेशों की मदद से इन दोनों देशों के व्यापारिक क्षेत्र का काफी विस्तार होता जा रहा था. इन व्यापार की मदद से पुर्तगाल और स्पेन की समृद्धि बढ़ती चली जा रही थी. इन दोनों देशों की बढ़ती समृद्धि को देखकर इंग्लैंड वासियों के मन में भी समृद्ध होने की तीव्र लालसा जागी. अत: इंग्लैंड ने इन दोनों देशों की समृद्ध होने के कारणों का गहन अध्ययन किया. उनके अध्ययन से उन्हें इनके समृद्ध होने के पीछे उनके उपनिवेश का हाथ होने का पता चला. अत: वे भी उपनिवेश स्थापित करने के दिशा में प्रयत्न शील हो गए.
2. व्यापारिक दृष्टिकोण
ट्यूडर काल में इंग्लैंड में शांति की स्थापना हुई. इसके साथ ही इंग्लॅण्ड में उद्योग एवं व्यापार की काफी उन्नति हुई, लेकिन उनके पास अपने सामानों को बेचने के लिए बाजार नहीं थे. अत: वे अपने उत्पादों को बेचने के लिए बाजारों की तलाश करने लगे. इसके अलावा उनको स्पेन, पुर्तगाल, फ्रांस जैसे देशों से सामानों के निर्माण के लिए कच्चे माल की भी आवश्यकता महसूस होने लगी. इन सभी ज़रूरतों की पूर्ती करने के लिए उनका कदम उपनिवेशों की स्थापना की ओर तेजी से बढ़ता चला गया.
3. इंग्लैंड की जलवायु
इंग्लैण्ड को अक्सर ऐसी वस्तुओं की जरूरत पड़ती थी जो कि उनके यहाँ जलवायु के अनुकूल नहीं होने के कारण उन वस्तुओं की पैदावार नहीं होती थी. इन वस्तुओं में से मुख्य रूप से गरम मसाले, तम्बाकू, शक्कर आदि होते थे. अत: इंग्लैंड को इन वस्तुओं के लिए विदेशों पर निर्भर रहना पड़ता था. अत: उसे ऐसे स्थानों की जरुरत महसूस हुई जहाँ वह खुद इन वस्तुओं का उत्पादन कर सके. अत: इन जरूरतों को पूरा करने के लिए इंग्लैंड ने उपनिवेशों की स्थापना करनी आरम्भ कर दी.
4. जनसंख्या वृद्धि
इंग्लैंड में व्यापार और उद्योगों के साथ साथ जनसंख्या भी काफी तेजी से बढ़ने लगी. तेजी से बढ़ती जनसंख्या को बसने और उनके रोजगार के लिए इंग्लैंड को नए स्थानों और रोजगारों की जरुरत महसूस होने लगी. इंग्लैंड ने बढ़ती जनसंख्या को बसाने और रोजगार प्रदान करने के लिए उपनिवेशों का सहारा लिया.
5. धार्मिक अत्याचार
इंग्लैंड में धर्म सुधार आंदोलन होने के बाद इंग्लैंड के राजाओं के द्वारा जनता पर धार्मिक अत्याचार होना शुरू हो गया. इन अत्याचारों से तंग आकर बड़ी संख्या में इंग्लैंड वासी इंग्लैंड छोड़कर भाग गए और दूसरे देशों में जाकर नए स्थानों में बस गए. इस प्रकार इंग्लैंड के लोगों के द्वारा नए स्थानों में बस जाने से उन स्थानों में स्वत: इंग्लैंड के उपनिवेशों की स्थापना हो गई.
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