एक शासक के रूप में बाबर का मूल्यांकन करें

बाबर: एक परिचय

बाबर ही भारत में मुगल सत्ता का संस्थापक था. उसका वास्तविक नाम जहीरूद्दीन मोहम्मद था. तुर्की भाषा में बाबर का अर्थ बाघ होता है. अतः जहारुद्दीन मोहम्मद अपने पराक्रम और निर्भीकता के कारण बाबर कहलाया और बाद में उसका यह नाम प्रचलित हो गया. उसका जन्म 14 फरवरी 1483 ई. को शुक्रवार के दिन हुआ था. उसके पिता का नाम उमर शेख था. उमर शेख तैमूर का वंशज था तथा फरगना के एक छोटे से राज्य का शासक था. बाबर की माता कुतलुक निगार, चंगेज खां के वंश के यूनुस की पुत्री थी.

शासक के रूप में बाबर का मूल्यांकन

शासक के रूप में बाबर का मूल्यांकन

विश्व इतिहास में बाबर की गणना विश्व के महानतम शासकों में की जाती है. वह अत्यधिक प्रतिभा संपन्न और योग्य व्यक्ति था. उसके पिता उमर शेख फरगना का शासक था. उसकी मृत्यु छत से गिरकर हो गई. इस कारण 12 वर्ष की अल्प आयु में ही उस पर फरगना राज्य का बोझ आ गया. सिंहासन पर बैठने के बाद से ही उसे बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. उसके पिता की मृत्यु का समाचार सुनकर उसके चाचा अहमद मिर्जा जो कि समरकंद का शासक था, उसने फरगना पर अधिकार करने का प्रयास किया. दूसरी ओर उसके मामा महमूद खां ने भी फरगना की सिंहासन पर अधिकार करने का प्रयास किया. किंतु बाबर अपनी बहादुरी और जनता की स्वामीभक्ति के कारण फरगना की रक्षा करने में सफल रहा. प्रो. राधेश्याम ने बाबर की प्रशंसा करते लिखा है कि वह एक सिपाही, जन्मजात योद्धा, कुशल राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ, एक स्नेहिल पति तथा अनेक गुणों से संपन्न स्वामी था जो कि किसी एक व्यक्ति में का बहुत कम पाए जाते हैं. प्रो. आर एस त्रिपाठी ने भी बाबर के लिए इसी प्रकार विचारों को व्यक्त किया है.  उनके शब्दों में बाबर एक असाधारण प्रतिभा संपन्न और योग्य व्यक्ति था. उसमें अनेक गुणों का समावेश था जो कि उसके परिवार के कुछ लोगों में थे.

शासक के रूप में बाबर का मूल्यांकन

बाबर बहुत ही महत्वाकांक्षी और योग्य सेनापति था. उसने ही भारत की सैन्य पद्धति को एक नवीन दिशा दी. नए-नए युद्ध पद्धति एवं बारूद के प्रयोग से भारतीयों को बाबर ने ही अवगत कराया था. उसके पास छोटी सी सेना थी लेकिन उसने अपने सैन्य संचालन और कार्य कुशलता के आधार पर इब्राहिम लोदी और राणा सांगा जैसे वीरों को परास्त किया था. उसने अपनी योग्यता के बल पर ही भारत में नवीन वंश के शासन की नींव डाली. लेनपुल ने लिखा है कि इतिहास में बाबर का स्थान अमर है और इसका आधार है उसकी भारत विजय, जिससे एक शाही वंश की स्थापना हुई. बाबर मात्र विजेता ही नहीं वरन एक विद्वान भी था. इतिहास में ऐसे बहुत ही कम व्यक्ति हुए जो विजेता और विद्वान दोनों ही हो. बाबर भी ऐसे व्यक्तियों में से ही एक था. प्रो. त्रिपाठी ने लिखा है कि उसका साहित्यिक योगदान सैनिक उपलब्धियों से कम महत्वपूर्ण नहीं है. उसने अपनी आत्मकथा तुजुक-ए-बाबरी में अपने विचारों को अत्यंत रोकर रोचक एवं शुद्ध शैली में प्रस्तुत किया है. यह पुस्तक तुर्की भाषा में है. इस ग्रंथ से स्पष्ट होता है कि बाबर को भाषा पर पूर्ण नियंत्रण और अपने विचारों को अभिव्यक्त करने की क्षमता थी.

शासक के रूप में बाबर का मूल्यांकन

इस प्रकार यह स्पष्ट है कि भारत के मध्यकालीन इतिहास में बाबर का विशिष्ट स्थान है. स्मिथ ने भी बाबर की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि वह अपने युग में एशिया में अत्यंत जाज्वल्यमान शासक था. वह किसी भी देश और युग के शासकों की कोटि में उच्च स्थान पर था. उसके चचेरे भाई हैदर मिर्जा का बाबर के विषय में कथन उल्लेखनीय है. उसने लिखा है वह अनेक प्रकार के गुणों से विभूषित था. उसमें अगणित उत्तमताएं थी और सबसे बड़ी उत्तमता थी उनकी वीरता एवं मानवता. उसके परिवार में उससे पहले किसी में भी इस प्रकार के गुण नहीं थे. उसकी कौम के किसी व्यक्ति ने कभी इतना अद्भुत कार्य नहीं किया था.

शासक के रूप में बाबर का मूल्यांकन

बाबर की मृत्यु

पानीपत, खानवा और घाघरा युद्ध के बाद भारत पर बाबर का शासन सुदृढ़ हो चुका था. लेकिन उसका स्वास्थ्य निरंतर गिरता जा रहा था. 1530 ई. में उसका पुत्र हुमायूं गंभीर रोग से पीड़ित हुआ और उसके बचने की आशा नहीं थी. तब बाबर ने ईश्वर से दुआ की कि हुमायूं के जीवन बख्श दे और उसके जीवन ले ले. इसके बाद हुमायूं ठीक होता चला गया और उसी क्रम में बाबर का स्वास्थ्य गिरता चला गया. 26 दिसंबर 1530 ई. में बाबर की मृत्यु हो गई. उसकी इच्छा के अनुसार उसे काबुल में दफनाया गया. बाबर के मृत्यु के बाद 30 दिसंबर 1530 ई. उसके पुत्र हुमायु का राज्याभिषेक किया गया.

इन्हें भी पढ़ें:

Note:- इतिहास से सम्बंधित प्रश्नों के उत्तर नहीं मिल रहे हैं तो कृपया कमेंट बॉक्स में कमेंट करें. आपके प्रश्नों के उत्तर यथासंभव उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी.

अगर आपको हमारे वेबसाइट से कोई फायदा पहुँच रहा हो तो कृपया कमेंट और अपने दोस्तों को शेयर करके हमारा हौसला बढ़ाएं ताकि हम और अधिक आपके लिए काम कर सकें.  

धन्यवाद.

Leave a Comment

Telegram
WhatsApp
FbMessenger