गुलाब के फूलों की युद्ध से आप क्या समझते हैं?

गुलाब के फूलों की युद्ध

यूरोप में सामंतवादी व्यवस्था के दौरान सामंतों का अत्याचार बहुत ही बढ़ गया था. वे राजा के नियंत्रण से भी बाहर हो गए थे. उनकी अपनी सेना हुआ करती थी. कई सामंत तो राजा से भी ज्यादा शक्तिशाली थे. अत: वे जनता पर मनमानी अत्याचार करते थे. इस समय बहुत से सामंत अपनी जागीर (जमीन) बढ़ाने के दूसरे सामंतों के अधिकार क्षेत्रों पर भी अधिकार करने की कोशिश करने में लगे थे. वे इसके लिए एक-दूसरे पर आक्रमण भी करते थे. 

गुलाब के फूलों की युद्ध

इसी दौरान यूरोप में दो सामंत वंश लंकास्टर और यॉर्क हुआ करते थे. इनके राजचिन्ह क्रमशः लाल गुलाब तथा सफ़ेद गुलाब थे. इन दोनों सामंतों के बीच अपनी-अपनी जागीर बढ़ाने के विवाद में लगातार तीस वर्षों तक युद्ध चलता रहा. इन दोनों के राजचिन्हों के गुलाब फूल होने के कारण दोनों के बीच हुए इस युद्ध को गुलाबों के फूलों के युद्ध के नाम से जाना जाता है. 

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1 thought on “गुलाब के फूलों की युद्ध से आप क्या समझते हैं?”

  1. 18वी शताब्दी के पूर्व यूरोप मे पुनर्जागरण की अभिव्यक्ति किन रूपो में यूरोप का आधुनिकीकरण करने में सहायक थीं? 250शब्दों में उतर लिखे

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