प्राचीन भारतीय इतिहास का महत्व क्या है?

प्राचीन भारतीय इतिहास का महत्व

प्राचीन भारत का इतिहास हमें हमारे देश की प्राचीन संस्कृतियों के विकास, कृषि की शुरूआत, प्राकृतिक संपदाओं की खोज आदि की महत्वपूर्ण जानकारी देता है ये हमें ये भी बताता है कि इसका विकास कैसे, कब और कहाँ विकसित हुई. प्राचीन भारत का इतिहास हमें भारत में मानव का क्रमिक विकास, कृषि, कढ़ाई-बुनाई, धातुकर्म का विकास तथा बड़े-बड़े राज्यों की स्थापना की जानकारी देता है. प्राचीन भारतीय इतिहास, भारत के प्राचीन इतिहास की जानकारी प्राप्त करने की दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है. प्राचीन भारतीय इतिहास से हमें प्राचीन काल से लेकर अब तक भारत के विभिन्न क्षेत्र में हुई क्रमिक विकास की जानकारियां मिलती है. प्राचीन भारतीय इतिहास हमें प्राचीन भारत की इतिहास की जानकारी नहीं बल्कि इतिहास में हुई गलतियों से भी सीख मिलती है.

प्राचीन भारतीय इतिहास का महत्व

प्राचीन भारतीय इतिहास मिलने वाली जानकारियां

1. भारतीय संस्कृतियों के विकास

प्राचीन भारतीय इतिहास में भारतीय संस्कृति के क्रमिक विकास की जानकारी मिलती है. वर्तमान में भारत का हर समाज अपनी अपनी संस्कृतियों की भरी-पूरी है. यह संस्कृति आराम से ऐसी नहीं थी. इन संस्कृतियों का विकास धीरे-धीरे हुआ. प्राचीन का प्राचीन भारतीय इतिहास के अध्ययन करने पर हमें इन्हीं भारतीय संस्कृति एवं के क्रमिक विकास के विभिन्न स्तर की जानकारी मिलती है.

2. भारतीय कृषि का विकास

प्राचीन भारतीय इतिहास में भारतीय कृषि की विकास और विकास के विभिन्न स्तर की जानकारी मिलती है. प्राचीन भारतीय इतिहास के अध्ययन करने पर हमें पता चलता है कि आरंभ में मनुष्य भोजन की तलाश एक जगह से दूसरी जगह घूम-फिरकर घुमंतू जीवन व्यतीत करते थे. धीरे-धीरे प्राचीन भारतीय मनुष्य पशुपालन और कृषि करना सीख गया. इतिहास हमें बताता है कि पशुपालन और कृषि सीख जाने के बाद मनुष्य घर बनाकर एक स्थान पर रहना शुरू कर दिया. इसके बाद धीरे-धीरे मनुष्य लगातार कृषि के क्षेत्र में तीव्र गति से विकास करते चले गए.

प्राचीन भारतीय इतिहास का महत्व

3. प्राकृतिक संसाधनों की खोज और उसका इस्तेमाल

प्राचीन भारतीय इतिहास यह हमें यह भी बताता है कि लोगों ने आजीविका के लिए उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कैसे किया. प्राचीन काल में मनुष्य जब कृषि और पशुपालन करना सीख गया तब मनुष्य एक जगह रहकर स्थिर जीवन बिताना शुरू कर दिया. इसके बाद जीवन यापन करने के लिए लगातार उनकी जरूरतें बढ़ती चली गई. इसके बाद मनुष्य ने उन जरूरतों को पूरा करने के लिए संसाधनों की खोज करनी आरंभ कर दी. इस क्रम में मनुष्य ने बहुत से प्राकृतिक संसाधनों की खोज की. इन प्राकृतिक संसाधनों में मुख्य रूप से तांबा, लोहा आदि की खोज ने मनुष्यों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आना शुरू हुआ. इन संसाधनों की खोज ने कृषि उपकरणों तथा अन्य प्रकार के उपकरणों के निर्माण में बहुत ही अहम योगदान दिया. इनकी मदद से कृषि के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है. इसके अलावा वनोत्पाद के रूप में बहुत से प्राकृतिक संसाधनों की खोज हुई.

प्राचीन भारतीय इतिहास का महत्व

4. नगरों का विकास

प्राचीन भारतीय इतिहास से हमें भारतीय नगरों के क्रमिक विकास की भी जानकारी मिलती है. इससे हमें मानव बस्तियों और गावों के बड़े शहरों के रूप में विकसित होने की महत्वपूर्ण जानकारियां मिलती है. हमें ये जानकारी भी मिलती है कि आज के बहुत से आधुनिक नगरों का विकास की शुरुआत भी एक छोटे से गांव के रूप में हुई थी. प्राचीन भारतीय इतिहास हमें हड़प्पा और मोहनजोदड़ो जैसे प्राचीन भारतीय नगरों के बारे में विस्तृत जानकारी मिलती है. इन प्राचीन नगरों का अध्ययन करने पर हम पाते हैं कि ये नगर आज बहुत से आधुनिक नगरों की तुलना में कहीं ज्यादा श्रेष्ठ थे. इन नगरों की की भव्यता, सफाई व्यवस्था, जल-निकास व्यवस्था तथा अन्य व्यवस्था आज के नगरों की तुलना में काफी उच्च कोटि की थी. भारत के ये प्राचीन नगर आज के आधुनिक इंजीनियरों के लिए भी अध्ययन का एक विषय है.

प्राचीन भारतीय इतिहास का महत्व

5. राज्यों की स्थापना  

प्राचीन काल में भारत में समय के साथ-साथ राज्यों की स्थापना होनी शुरू हुई. भारत के प्राचीन इतिहास से हमें इन्हीं राज्यों के क्रमिक विकास और इनकी स्थापना सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलती है. प्राचीन भारतीय इतिहास हमें प्राचीन भारत में सोलह महाजनपदों की स्थापना, उसके शासकों और मगध साम्राज्य का एक शक्तिशाली साम्राज्य के रूप में उभरने की घटनाओं के विषय में भी विस्तृत जानकारियां मिलती है. इसके अलावा सम्राट अशोक, चंद्रगुप्त मौर्य, पुष्यमित्र शुंग जैसे महान भारतीय शासकों, उनके साम्राज्य विस्तार, शासनकाल और उनकी उपलब्धियों के बारे में विस्तृत जानकारियां मिलती है.

6. कलाओं का विकास

प्राचीन भारतीय इतिहास से हमें प्राचीन भारत में हुए विभिन्न कलाओं के विकास के बारे में विस्तृत जानकारी मिलती है. इन कलाओं में मुख्य रूप से मूर्तिकला, वास्तुकला, नृत्यकला, संगीतकला, भवननिर्माण कला आदि प्रमुख हैं. इन सभी कलाओं का विकास क्रमिक रूप से हुआ था. प्राचीन भारत के इन कलाओं का नमूना आज भी हम उत्खनन से प्राप्त वस्तुओं और भवनों के अवशेषों में देख सकते हैं.

प्राचीन भारतीय इतिहास का महत्व

7. भाषा और लिपि का विकास

प्राचीन भारतीय इतिहास भाषा और लिपि की उत्पत्ति और विकास कैसे हुआ इसकी भी जानकारी हमें मिलती है. प्राचीन भारत, भाषा और लिपि के दृष्टिकोण से भी काफी समृद्धि था. भारत के प्राचीन भाषाओं में पाली, प्राकृत, संस्कृत जैसे भाषाएं उस वक्त काफी उन्नत अवस्था में थी. लिपियों में ब्राह्मी, खरोष्ठी लिपि अदि काफी प्रचलित थी. तत्कालीन समाज में यही भाषाएँ मुख्य रूप से प्रचलित थी. इन्हीं लिपियों में लेखनी को उकेरी जाती थी. भारत के प्राचीन शासकों के अभिलेख मुख्य रूप से इन्हीं भाषाओं तथा लिपियों में लिखे हुए प्राप्त होते हैं. दुर्भाग्यवश आज हमारे बीच इन प्राचीन भाषाओं और लिपियों का अस्तित्व हमारे बीच में नहीं रहा. संस्कृत भी आज सामान्य बोलचाल और लेखनी के दृष्टिकोण के हमसे कोसो दूर हो चुका है. इसका अस्तित्व केवल प्राचीन ग्रंथों तथा धार्मिक मन्त्रों तक ही सीमित रह गया. 

प्राचीन भारतीय इतिहास का महत्व

8. साहित्य का विकास

प्राचीन भारतीय इतिहास से हमें प्राचीन भारत में हुए साहित्य विकास की जानकारियां मिलती है. भारत के प्राचीन साहित्यों में चारों वेद अर्थात ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद काफी महत्वपूर्ण है. इनमें सबसे प्राचीनतम वेद, ऋग्वेद है. इसके अलावा प्राचीन भारत के साहित्यों में विदेशी लेखकों के यात्रा वृतांत तथा स्वतंत्र लेखकों के द्वारा लिखी गई. साहित्य भारत के प्राचीन इतिहास पर व्यापक प्रकाश डालते हैं. आज प्राचीन भारत के धार्मिक साहित्यों के रूप में ब्राह्मण साहित्य जैन साहित्य बौद्ध साहित्य हमारे बीच में उपलब्ध है. इसके अलावा बहुत से धर्मनिरपेक्ष साहित्य हमारे बीच उपलब्ध है. ये सभी साहित्य न सिर्फ भारतीय साहित्य के विकास की जानकारी देती है, बल्कि इससे प्राचीन भारतीय इतिहास पर भी व्यापक जानकारियां मिलती है.

————————–

इन्हें भी पढ़ें:

  1. सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों का धार्मिक जीवन पर प्रकाश डालिए
  2. नवपाषाण कालीन संस्कृति की प्रमुख विशेषताएं बताइए
  3. हड़प्पा सभ्यता के विनाश के कारणों पर प्रकाश डालिए

————————–

Note:- इतिहास से सम्बंधित प्रश्नों के उत्तर नहीं मिल रहे हैं तो कृपया कमेंट बॉक्स में कमेंट करें. आपके प्रश्नों के उत्तर यथासंभव उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी.

अगर आपको हमारे वेबसाइट से कोई फायदा पहुँच रहा हो तो कृपया कमेंट और अपने दोस्तों को शेयर करके हमारा हौसला बढ़ाएं ताकि हम और अधिक आपके लिए काम कर सकें.  

 धन्यवाद.

Leave a Comment

Telegram
WhatsApp
FbMessenger