मुद्राओं का महत्व
![मुद्राओं से इतिहास की जानकारी](https://historyworld.in/wp-content/uploads/2021/09/%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%93%E0%A4%82-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%87%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%80-2.jpg)
मुद्राओं से मिलनेवाली मुख्य जानकारियाँ
1. आर्थिक स्थिति की जानकारी
मुद्राओं के द्वारा हमें किसी भी साम्राज्य की तत्कालीन आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलती है. मुद्राओं के निर्माण में इस्तेमाल किए गए धातुओं के आधार पर हम उस समय की आर्थिक स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं. सोने से निर्मित सिक्के से हमें किसी राज्य की आर्थिक सम्पन्नता का पता चलता है और चांदी, तांबे अथवा अन्य धातुओं से से बने सिक्कों से किसी राज्य की कमजोर आर्थिक स्थिति के बारे में पता चलता है. इतिहासकार डॉ. मजूमदार का कहना है कि “किसी देश की आर्थिक स्थिति को जानने के लिए मुद्राओं का महत्व स्पष्ट है, उसके विवरण की आवश्यकता नहीं है.”
2. शासकों की जानकारी
मुद्राओं में अनेक राजाओं के चित्रों को अंकित किया जाता था. इन चित्रों से उन राजाओं के व्यक्तित्व प्रकाश पड़ता है. बहुत से शासकों के चित्र वाद्य-यंत्रों के चित्रों के साथ अंकित होते हैं. समुद्रगुप्त की एक मुद्रा में उसे वीणा बजाते हुए दिखाया गया है. इससे उसके संगीत के प्रति रुचि की जानकारी मिलती है. इसके अलावा सिक्के जारी करने वाले शासक के कार्यकाल तथा उसके राज्य की आर्थिक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है.
3. तिथिक्रम का निर्धारण
मुद्रा विभिन्न कार्यकाल में जारी किए जाते थे. इन मुद्राओं पर उनके जारी करने की तिथि अंकित की जाती थी. इसके द्वारा हमें तत्कालीन शासक के कार्यकाल की भी जानकारी मिलती है.
4. धार्मिक स्थिति का ज्ञान
मुद्राओं पर तत्कालीन धार्मिक विश्वास के आधार पर उनके देवी-देवताओं का चित्र अंकित किया जाता था. इन देवी-देवताओं के चित्रों के आधार पर हमें तत्कालीन धार्मिक विश्वास की जानकारी प्राप्त होती है.
5. कला की जानकारी
मुद्राओं पर विभिन्न प्रकार के चित्र तथा संगीत से संबंधित वाद्य-यंत्रों और कलाओं से संबंधित चित्र आदि होते थे. इन सब से हमें तत्कालीन कला, संगीत तथा वाद्य यंत्रों के बारे में जानकारी प्राप्त होती है.
6. राज्य की सीमाओं का निर्धारण
मुद्राओं की प्राप्ति स्थानों से हमें किसी राज्य के विस्तार के बारे में जानकारी भी मिलती है. इसके अलावा प्राप्त मुद्राओं की संख्या के आधार पर भी उस स्थान के उनके साम्राज्य के अंग होने अथवा न होने संबंधी बातों पर भी अंदाजा लगाया जाता है. साथ ही साथ उनके द्वारा उस राज्य से व्यापारिक संबंध होने की भी जानकारी मिलती है.
7. विदेशों से संबंध
मुद्राओं के द्वारा किसी देश की दूसरे देश से व्यापारिक संबंध की जानकारी मिलती है. प्राचीन भारत के मुद्राएं दूसरे देशों पर भी प्राप्त की गई है. इसके द्वारा यह निष्कर्ष निकाला जाता है कि तत्कालीन भारतीय शासकों का व्यापारिक संबंध विदेशों के साथ भी हुआ करता था.
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Mudraon se itihaas ki jankari kis prakar milati hai