वैष्णव धर्म की स्थापना कब हुई थी?

वैष्णव धर्म की स्थापना

वैष्णव धर्म की स्थापना ई. पू. छठी शताब्दी में हुई थी. छठी शताब्दी ई. पू. में हुई धार्मिक क्रांति के बाद जब पूर्वी भारत में जैन और बौद्ध धर्म के विकास एवं उदय की प्रक्रिया चल रही थी, उसी दौरान पश्चिम भारत में सात्वक जाति में एक ऐसे संप्रदाय ने जन्म लिया जिन्होंने मोक्ष की प्राप्ति के लिए भक्ति मार्ग पर चलने पर बल दिया. उनका यही धर्म आगे चलकर वैष्णव धर्म कहलाया.

वैष्णव धर्म की स्थापना

वैष्णव धर्म की उत्पत्ति के विषय में यह मत प्रचलित है कि इस धर्म का जन्म वासुदेव कृष्ण की उपासना के परिणामस्वरूप हुई है. इस मत के समर्थन में बहुत से साक्ष्य प्रस्तुत किए जाते हैं. उन साक्ष्यों के अध्ययन करने पर इस बात पर बल पड़ता है कि वैष्णव धर्म की उत्पत्ति वासुदेव कृष्ण के ही उपासना के परिणामस्वरूप ही हुई थी, परन्तु इस धर्म के विकास क्रम में कालांतर में इसे भगवान विष्णु से जोड़ दिया गया.

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