सिंधु घाटी सभ्यता के सामाजिक जीवन के बारे में प्रकाश डालिए

सिंधु घाटी सभ्यता

सिंधु घाटी सभ्यता के बारे में कोई लिखित जानकारी नहीं होने के कारण उस समय के सामाजिक जीवन के बारे में जानकारी जुटाना अत्यंत ही कठिन है. इसीलिए इतिहासकारों ने सिंधु घाटी सभ्यता के सामाजिक जीवन के बारे में जानने के लिए उत्खनन के परिणामस्वरूप प्राप्त अवशेषों का सहारा लिया. इन अवशेषों का अध्ययन करने के बाद बाद सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों के बारे में बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारियां मिली. सिंधु घाटी सभ्यता के विशाल नगर के अवशेष से यह निष्कर्ष निकाला जाता है कि संभवतः उनकी समाजिक रहन-सहन उच्च स्तर की रही होगी.

सिंधु घाटी सभ्यता के सामाजिक जीवन

सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों के सामाजिक जीवन 

1. सामजिक संगठन

सिंधु घाटी सभ्यता के भवन के अवशेषों से पता चलता है कि तत्कालीन समाज के लोग विभिन्न वर्ग में बंटे थे. इन वर्गों में मुख्य रूप से विद्वान, प्रशासनिक अधिकारी, व्यवसायी, मजदूर आदि थे. इनके घर अत्यंत कुशलता से बनाया जाता था. इनका जीवन अत्यंत सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण था. उनके घरों की लगभग एक समान बनावट देखकर लगता है कि संभवतः प्रत्येक वर्ग के बीच आर्थिक स्थिति में ज्यादा भिन्नता नहीं रही होगी.

सिंधु घाटी सभ्यता के सामाजिक जीवन

2. भोजन

सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों का प्रमुख आहार गेहूं, जौ, चावल, मटर, दूध तथा दूध से निर्मित अन्य भोज्य पदार्थ, विभिन्न प्रकार की सब्जियां, फल-फूल, गाय, भेड़, मछली, कछुए तथा अन्य जानवरों के मांस थे. वे विभिन्न प्रकार के फल भी खाते थे. फलों में मुख्य रूप से खजूर का जिक्र भी पाया जाता है. मुख्य आहार के रूप में गेहूं को ही माना जाता है.

3. वेषभूषा और आभूषण

सिंधु घाटी सभ्यता के उत्खनन से उस समय के किसी कपड़े नहीं मिली थी. अतः उनके वस्त्रों के बारे में जानने उत्खनन से प्राप्त मूर्तियों के पहने वस्त्र का सहारा लेना पड़ता है. इनसे हमें रह पता चलता है कि वे शरीर पर दो वस्त्र धारण करते थे. एक शरीर के ऊपर पहना जाता था और दूसरा कमर पर. इसकी तुलना तत्कालीन धोती से की जा सकती है. स्री और पुरूष के कपड़ों में कोई खास अंतर नहीं होता था. उस समय सूती वस्त्रों के अलावा ऊनी वस्त्र के भी प्रचलन थे. सिंधु घाटी सभ्यता के लोग आभूषण के भी शौकीन थे. वे कड़े, कंगन, अंगुठियां, कंठहार, कुंडल जैसे आभूषण पहनते थे. स्त्रियां चूड़ी, कर्णफूल,हंसली, भुजबंध, करधनी आदि का प्रयोग करती थी. आभूषण मुख्य रूप से सोने,चांदी,हाथी-दांत, हीरे आदि से निर्मित थे. इसके अलावा तांबे,सीप,आदि से बने आभूषण भी प्रचलित थे. 

सिंधु घाटी सभ्यता के सामाजिक जीवन

4. प्रसाधन सामग्री

सिंधु घाटी सभ्यता की स्त्रियां श्रृंगार की भी शौकीन थी. उनके श्रृंगार के वस्तुओं में दर्पण,कंघी,काजल,सुरमा,सिंदूर,बालों का पिन, इत्र पाऊडर आदि होती थी. वे लिप्सटिक का भी प्रयोग करती थी. 

5. मनोरंजन के साधन

सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों मनोरंजन के भी काफी शौकीन थे. शिकार करना, नाचना,गाना, खेलना मुर्गा लड़ाई देखना आदि मनोरंजन के प्रमुख साधन थे. उत्खनन में विभिन्न प्रकार के पासों का मिलना इस बात की ओर इशारा करती है कि वे जुआ खेलने के भी शौकीन थे. बच्चों के मनोरंजन के लिए भी विभिन्न प्रकार के खिलौनों का निर्माण किया जाता था.

सिंधु घाटी सभ्यता के सामाजिक जीवन

6. औषधियां

सिंधु घाटी सभ्यता के लोग औषधियों से भी परिचित थे. वे नीम के पत्ते, शिलाजीत और अन्य प्रकार के जड़ी बूटी औषधियों के रूप में प्रयोग करते थे. उत्खनन से प्राप्त अवशेषों से ऐसे भी संकेत मिलते हैं कि उस समय शल्य चिकित्सा भी प्रचलित थी.

7. घरेलू उपकरण

सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों के लोगों के घरेलू उपकरणों में घड़े, कलश, थाली, गिलास, चम्मच, मिट्टी, सोने,चांदी तथा तांबे से बने बर्तन आदि होते थे. मिट्टी के बर्तन लाल,काले, कतई और पीले रंग से रंगे होते थे. इसके अलावा चाकू, तकली, सूई, कुल्हाड़ी तथा मछली पकड़ने वाले कांटे आदि पाए गए हैं.

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